राजनीतिक सिद्धांत क्या है , एवं इसकी क्या अवधारणाएं है?

राजनीतिक सिद्धांत क्या है ?

  •  राजनीतिक सिद्धांत" का अर्थ है राजनीति से जुड़े विचारों, सिद्धांतों और धारणाओं का अध्ययन। सरल शब्दों में, यह राजनीति को समझने का एक तरीका है। इसमें यह देखा जाता है कि राजनीति क्या है, सत्ता किसके पास और क्यों होनी चाहिए, राज्य की भूमिका क्या है, नागरिकों के अधिकार और कर्तव्य क्या होने चाहिए न्याय, समानता और स्वतंत्रता का असली मतलब क्या है। 

राजनीतिक सिद्धांत की क्या अवधारणाएं है? 


राजनीतिक सिद्धांत की प्रमुख अवधारणाएँ: 

राजनीतिक सिद्धांत की अवधारणाएँ" (Concepts of Political Theory) का अर्थ है राजनीति से जुड़ी वे मूलभूत धारणाएँ जिनके आधार पर हम राज्य, सत्ता, शासन और समाज को समझते हैं। इसकी प्रमुख अवधारणाएं निम्नवत हैं।

1. राज्य (State)

  • राज्य एक राजनीतिक संगठन है जो संप्रभु (sovereign) होता है।
  • इसमें चार तत्व होते हैं – क्षेत्र, जनसंख्या, सरकार और संप्रभुता।
  • यह कानून और व्यवस्था बनाए रखता है और नागरिकों को सुरक्षा व अधिकार प्रदान करता है।

2. सत्ता (Power)

  • सत्ता का अर्थ है दूसरों के आचरण को नियंत्रित करने या प्रभावित करने की क्षमता।
  • यह केवल सरकार तक सीमित नहीं होती, बल्कि समाज, अर्थव्यवस्था और शिक्षा में भी दिखाई देती है।

3. संप्रभुता (Sovereignty)

  • यह राज्य की सर्वोच्च शक्ति है।
  • राज्य के भीतर कोई शक्ति उससे ऊपर नहीं होती।
  • यह दो प्रकार की होती है – आंतरिक (Internal) और बाह्य (External)।

4. लोकतंत्र (Democracy)

  • लोकतंत्र में जनता सर्वोच्च मानी जाती है।
  • इसमें समानता, स्वतंत्रता और भागीदारी पर जोर दिया जाता है।
  • यह प्रत्यक्ष (direct) और अप्रत्यक्ष (representative) दोनों रूपों में हो सकता है।

5. स्वतंत्रता (Liberty)

  • स्वतंत्रता का अर्थ है अपनी इच्छानुसार कार्य करने की आज़ादी, बशर्ते कि उससे दूसरों को नुकसान न पहुँचे।
  • यह दो प्रकार की होती है –
    • सकारात्मक स्वतंत्रता (Positive Liberty) → कुछ करने की स्वतंत्रता
    • नकारात्मक स्वतंत्रता (Negative Liberty) → किसी दबाव से मुक्ति

6. समानता (Equality)

  • समानता का अर्थ है कि सभी को समान अधिकार और अवसर मिलें।
  • यह केवल राजनीतिक ही नहीं बल्कि सामाजिक, आर्थिक और विधिक (legal) रूप से भी महत्वपूर्ण है।

7. न्याय (Justice)

  • न्याय का तात्पर्य है प्रत्येक व्यक्ति को उसका उचित अधिकार और अवसर मिलना।
  • इसमें सामाजिक न्याय, आर्थिक न्याय और राजनीतिक न्याय शामिल हैं।

8. अधिकार एवं कर्तव्य (Rights and Duties)

  • अधिकार नागरिकों को स्वतंत्र जीवन जीने का आधार देते हैं।
  • कर्तव्य अधिकारों के संतुलन और समाज की स्थिरता सुनिश्चित करते हैं।

9. वैश्वीकरण और मानवाधिकार (Globalization & Human Rights)

  • आधुनिक राजनीतिक सिद्धांत में अंतरराष्ट्रीय संबंध, पर्यावरण, शांति और मानवाधिकार जैसी अवधारणाएँ भी शामिल हैं।      




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